वाग्देवी की वीणा झंकार सा था गले का स्वर। वाग्देवी की वीणा झंकार सा था गले का स्वर।
दीप खुशियों के घर में सदा जगमगाएँ दीप खुशियों के घर में सदा जगमगाएँ